अगर सभी छात्र केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अंतर्गत पढ़ रहे हैं तो आप सभी छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना सामने आ रही है क्योंकि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 2025 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए कुछ बदलाव किए हैं। अगर आप भी सीबीएसई के अंतर्गत 12वीं कक्षा के छात्र हैं तो ये नए बदलाव आप पर भी लागू होंगे इसलिए आप सभी छात्रों को इन सभी बदलावों के बारे में जानना जरूरी है। सभी छात्रों को बता दें कि सीबीएसई द्वारा बदलाव करने का मुख्य उद्देश्य छात्रों की शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के साथ-साथ उनके शैक्षिक भविष्य को मजबूत करना है।
विकल्प आधारित प्रश्न पत्र: छात्रों को मिलेगी राहत
- 2025 की बोर्ड परीक्षाओं में एक बड़ा बदलाव विकल्प आधारित प्रश्न पत्र होगा। इसके तहत
- छात्रों को प्रत्येक सेक्शन में कुछ अतिरिक्त प्रश्न दिए जाएंगे, जिनसे वे अपनी पसंद के प्रश्न हल कर सकेंगे।
- इस बदलाव से छात्रों को अपनी क्षमता के अनुसार प्रश्न चुनने की आजादी मिलेगी।
- इससे परीक्षा का तनाव कम होगा और छात्र बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे।
उदाहरण के लिए, अगर किसी सेक्शन में 5 प्रश्नों के उत्तर देने हैं, तो छात्रों को 7 प्रश्न दिए जा सकते हैं। वे इनमें से कोई भी 5 प्रश्न चुन सकते हैं।
बोर्ड परीक्षा 2025 के लिए नए नियम
बोर्ड परीक्षा 2025 के लिए दो बड़े नए नियम लागू किए जा रहे हैं, जो इस प्रकार हैं-
- केंद्र द्वारा निर्णय लिया गया है कि बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाएं, दोनों परीक्षाओं के लिए कुछ महीनों के अंतराल पर नियम तय किए जाएंगे।
- केंद्र द्वारा दूसरा नियम यह है कि दोनों परीक्षाओं में छात्रों के लिए अंतिम परिणाम के लिए सर्वश्रेष्ठ स्कोर का चयन किया जाना चाहिए।
- इसके साथ ही एक और बदलाव किया गया है जिसका उल्लेख नीचे इस प्रकार है
- केंद्र सरकार द्वारा परीक्षा पैटर्न में बदलाव करने का निर्णय लिया गया है।
- प्रयोगशाला से लेकर पर्यवेक्षण तक में बदलाव किए जाने चाहिए।
- परीक्षा के प्रकार में भी बदलाव किया जाना चाहिए।

विशेष परिस्थितियों में 25% छूट
बोर्ड ने कुछ परिस्थितियों में 25% तक छूट का प्रावधान किया है1. इसमें मेडिकल इमरजेंसी, राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेना या अन्य गंभीर कारण शामिल हो सकते हैं. हालांकि, इस छूट के लिए आवश्यक दस्तावेज और साक्ष्य प्रस्तुत करने होंगे.
ओपन बुक परीक्षा का प्रावधान
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा ओपन बुक परीक्षा से संबंधित नियम भी दिए गए हैं, जिसके तहत पसंदीदा विषय में उपेंद्र परीक्षा आयोजित की जाएगी, ताकि छात्र परीक्षा के दौरान पाठ्य पुस्तकों और अन्य संदर्भ सामग्री का उपयोग कर सकें। साथ ही, छात्र प्रश्न आधारित ज्ञान के बजाय समझ और अनुप्रयोग पर ध्यान केंद्रित करेंगे।